चकिया में भाजपा विधायक श्यामबाबू यादव व बरूराज के भाजपा विधायक अरुण कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काट कर जनक हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर का उदघाटन किया । यह अस्पताल चकिया के मधुबन रोड के बाईपास पर है। पिपरा विधायक श्यामबाबू यादव ने अस्पताल के संचालकों को अपनी शुभकामनायें दी। कहा कि इस हॉस्पिटल के शुरू होने से चकिया व आसपास के लोगों को काफी सुविधा होगी। उन्हें यहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो पायेगी।
सुविधायुक्त हॉस्पिटल स्वास्थ्य के मामले में क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने में सहायक साबित होगी। हॉस्पिटल के संचालक डॉ संदीप कुमार ने बताया कि अस्पताल 30 बेड का है। मरीजों को आईसीयू व ऑपरेशन थिएटर की व्यवस्था है। रक्त जांच के लिए कंप्यूटराइज्ड लैब है। गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित प्रसव की सुविधा और आधुनिक तकनीक से लैस हड्डी चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध होगा। वही बरूराज विधायक अरुण कुमार सिंह ने हॉस्पिटल के संचालक को शुभकामना देते हुवे बताया कि यह अस्पताल चकिया और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा।
चकिया शहर के साहेबगंज रोड स्थित ट्रांसेनडेंस इंटरनेशनल स्कूल में हाल ही में बाल संसद के चुनाव प्रक्रिया का समापन हुआ। इस अवसर पर पीटीआई शिक्षक तनवीर हयात खान, उप प्रधानाध्यापक शेख अमानुल्लाह सहित सभी वर्ग शिक्षक उपस्थित थे। छात्र-छात्राओं ने इस चुनावी प्रक्रिया में विशेष उत्साह के साथ भाग लिया। सभी प्रतिभागी बच्चे अपने पसंदीदा उम्मीदवार के क्रम संख्या पर मोहर लगा रहे थे, जिससे उनमें लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को लेकर एक गहरी समझ विकसित हो रही थी।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक अखिलेश कुमार और प्रबंधन समिति के सदस्य साएम नासिर ने इस मौके पर कहा कि विद्यालय के माध्यम से बच्चों में भविष्य में एक जिम्मेदार नागरिक बनने की क्षमता विकसित होती है। बाल संसद विद्यालय के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ट्रांसेनडेंस इंटरनेशनल स्कूल हर साल इस प्रकार की संसद का गठन करता है ताकि छात्रों में नेतृत्व की क्षमता को प्रोत्साहित किया जा सके और वे सामाजिक जिम्मेदारियों का एहसास कर सकें।
चुनावी प्रक्रिया संपन्न होने के बाद विद्यालय प्रधानाध्यापक और प्रबंधन समिति की उपस्थिति में मतगणना की गई। इसके बाद चयनित उम्मीदवारों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम विद्यालय की प्रार्थना सभा में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों ने वास्तविक चुनाव प्रक्रिया का अनुभव प्राप्त किया और यह सीखने को मिला कि एक आदर्श समाज के निर्माण में उनका क्या योगदान हो सकता है। इससे न केवल विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार होता है बल्कि छात्रों के समग्र विकास को भी बढ़ावा मिलता है।
बाल संसद के चुनाव प्रक्रिया में छात्रों की उत्सुकता और सक्रिय भागीदारी देखने को मिली, जहाँ बच्चों ने अपने पसंदीदा उम्मीदवारों के लिए मतदान किया।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक अखिलेश कुमार और प्रबंधन समिति के साएम नासिर ने बच्चों को चुनावी प्रक्रिया के माध्यम से लोकतांत्रिक समाज के बारे में सीखने का अवसर प्रदान किया।
बाल संसद का गठन स्कूल की विकास प्रक्रिया में योगदान देता है और छात्रों के नेतृत्व कौशल को उभारने में सहायक होता है।
मतगणना प्रक्रिया प्रधानाध्यापक और प्रबंधन समिति की उपस्थिति में की गई, जिसके बाद चयनित उम्मीदवारों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया।
चकिया में रबी महाअभियान के अंतर्गत मंगलवार को प्रखंड कार्यालय परिसर में स्थित ट्रायसम भवन में एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण एवं उपादान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि पदाधिकारी विजय कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर संबंधित अधिकारी, कर्मचारी, प्रखंड के किसान और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। बीएओ ने जानकारी दी कि कम लागत में अधिक उपज के लिए जीरो टिलेज विधि से गेहूं की बुवाई अत्यधिक लाभकारी हो सकती है।
इसके साथ ही, सूक्ष्म सिंचाई विधियों पर जोर देते हुए बताया गया कि इन तकनीकों से पानी की खपत में कमी आती है और फसलों की सही समय पर सिंचाई सुनिश्चित होती है। दूसरी ओर, तोरी एवं सरसों की उन्नत खेती, समेकित कृषि प्रणाली, और आधुनिक कृषि यंत्रों के उपयोग एवं रखरखाव पर भी विस्तार से जानकारी दी गई। किसानों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर और कृषि संबंधी समस्याओं के समाधान की चर्चा की गई। बीएओ ने बताया कि मानकों पर खरे उतरने वाले किसानों को अनुदानित दर पर गेहूं के बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में सहकारिता पदाधिकारी, कृषि सलाहकार, कृषि समन्वयक और अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
चकिया प्रखंड क्षेत्र के 77 टोला में 1 जून से समर कैंप चलेगा। समर केंप में 4,5 व 6 वर्ग के 770 बच्चे पढ़ेंगे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर बीआरसी में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के 77 टोला सेवकों को प्रशिक्षित किया गया है।
सभी टोला सेवकों को दो दिनों के अंदर प्रत्येक टोला से 4, 5 व वर्ग 6 के दस दस बच्चों की सूची बनाकर बीआरसी में जमा कराने का निर्देश दिया गया है। 1 जून से 30 तक अक्षर आंचल योजना से कोई बच्चा पीछे नहीं, माता भी छूटे नहीं कार्यक्रम के तहत प्रखंड के 77 टोला में समर कैंप का आयोजन होगा। इस संबंध में बी ई ओ मिथिलेश कुमारी ने बताया कि महादलित, दलित, अल्पसंख्यक, अति पिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के तहत एक माह चलने वाली समर कैंप को सफल बनाने को लेकर त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
समर कैंप में शिक्षा सेवक व शिक्षा सेवक तालमी मरकज के द्वारा सभी टोला में बच्चो के पढ़ने व सरल गणित के बुनियादी दक्षता को मजबूत करने के लिए कार्य करेंगे। 1 जून से प्रखंड के 77 टोला में 770 बच्चों को पढ़ाने के लिए केंद्र का चयन कर लिया गया है।
चकिया प्रखंड मुख्यालय स्थित ट्राइसम भवन में शुक्रवार को प्रखंड प्रमुख कुमारी रीना की अध्यक्षता में प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में बाल विवाह बाल श्रम बाल तस्करी बाल शोषण पर अंकुश लगाने के लिए पंचायत और वार्ड स्तर पर बाल संरक्षण समिति गठन करने पर विस्तृत चर्चा की गई।
चकिया प्रखंड मुख्यालय स्थित ट्राइसम भवन में शुक्रवार को प्रखंड प्रमुख कुमारी रीना की अध्यक्षता में प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में बाल विवाह, बाल श्रम, बाल तस्करी, बाल शोषण पर अंकुश लगाने के लिए पंचायत और वार्ड स्तर पर बाल संरक्षण समिति गठन करने पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में समाज कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास निगम व यूनिसेफ के सहयोग से सेव द चिल्ड्रेन द्वारा संचालित उड़ान प्रोजेक्ट के प्रखंड समन्वयक कृष्णा कुमार ने कहा कि कठिन परिस्थिति में रहने वाले बच्चों को चिह्नित कर सरकारी योजनाओं से जोड़ने का संकल्प सभी जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक पदाधिकारियों को लेना होगा। कहा कि बच्चों के संरक्षण में काम करने वाले सभी स्टेकहोल्डर यथा जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व सामाजिक कार्यकर्ता का यह दायित्व है कि बच्चों के प्रति लोगों की सोच व व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए किसी भी भेदभाव के बिना जागरूकता अभियान लगातार चलाएं, जिससे हम बच्चों के अधिकारों व संरक्षण दिलाने में कामयाब हो सकते हैं। बैठक में जनप्रतिनिधियों की ओर से प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी का उचित सहयोग नहीं मिलने की बात सामने आई।
जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण उनकी बैठक में उपस्थिति नगण्य रही। करीब दो घंटे विलंब से शुरू हुई बैठक में बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 एवं बाल श्रम अधिनियम 1986 के बारे में विस्तृत चर्चा की एवं बाल विवाह बाल मजदूरी किस तरह से कम हो इस पर उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की। समाज में हो रही सभी गैर कानूनी शादी को रोकने और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए सभी पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों को एक साथ मिलकर कार्य करने को कहा गया। प्रखंड प्रमुख कुमारी रीना ने कहा कि हम सभी जनप्रतिनिधियों को मिलकर वार्ड व पंचायत स्तर पर सभी योजनाओं से बच्चों को जुड़वाना होगा और उनके संरक्षण की बात करनी होगी। उप प्रमुख अर्पणा देवी ने बाल संरक्षण के मुद्दों पर सक्रिय रूप में काम करने की अपील की। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अनुमेहा ने कहा कि बाल संरक्षण समिति की जो संरचना है प्रखंड स्तर, पंचायत स्तर, वार्ड स्तर पर सशक्त करने की जरूरत है। प्रखंड समन्वयक सुशील कुमार आजाद एवं जितेंद्र कुमार सिंह संयुक्त राष्ट्रसंघ महाअधिवेशन द्वारा पारित बच्चों के 54 अधिकारों के साथ-साथ मुख्य चार अधिकारों पर विस्तृत जानकारी दी। प्रखंड प्रवर्तन पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को होटल ढाबा में कमाने के लिए नहीं भेजने की बात कही। चाइल्डलाइन के प्रतिनिधि नारायण मजूमदार ने बच्चों के संरक्षण की बात बताते हुए परवरिश योजना के बारे में बताया। बैठक में पंचायत समिति बालेश्वर सहनी, नवल किशोर सिंह, बीसी विकास कुमार, अरविन्द कुमार पांडेय, पीएस शंभू कुमार, महिला सुपरवाइजर माधुरी कुमारी, आरसी सुल्ताना, स्वास्थ्य विभाग के राजीव रंजन, आइसीडीएस बीसी रश्मि राज, प्रखंड लिपिक राजकिशोर कुमार, चाइल्ड लाइन से अजय कुमार, विकास मित्र रामकुमार, कविता कुमारी, ध्रुव कुमार बैठा, प्रियंका कुमारी, सरिता कुमारी, मुकेश राम समेत अन्य जनप्रतिनिधि व प्रखंडकर्मी मौजूद थे।
मुजफ्फरपुर – नरकटियागंज रेलखंड पर मेन लाइन ट्रैक के उन्नयन कार्य संपन्न होने के बाद सहायक मंडल अभियंता अर्जुन सिंह के नेतृत्व में शनिवार को सप्तक्रांति एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन से बापूधाम मोतिहारी से नरकटियागंज स्टेशन तक मेन लाइन के स्पीड का ट्रायल कर जांच की गई। जांच के दौरान स्पीड दोगुना होने लायक पाया गया।
यहां बता दें कि कोरोना काल में मंडल अभियंता श्री सिंह के नेतृत्व में इंजीनियरिग विभाग के कर्मी मेन लाइन ट्रैक के मजबूतीकरण एवं उन्नयन कार्य में लगे हुए थे। कार्य समाप्ति के बाद लाइन के स्पीड का ट्रायल किया गया। अब रेल गाड़ियों के परिचालन में समय की बचत होगी और आम यात्री इसका लाभ उठा सकेंगे। स्पीड ट्रायल के दौरान मंडल अभियंता के साथ इंजीनियरिग विभाग के कई कर्मी मौजूद थे।
अभियान का उद्घाटन नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी श्री राधेश्याम मिश्रा ने नगर पंचायत परिसर में सभी लायंस के सदस्यों के साथ वृक्षारोपण कर किए। वृक्षारोपण कार्य मुख्य रूप से मधुबन रोड, मोतिहारी रोड में रूपमहल प्रवेश द्वार, मुजफ्फरपुर रोड में पावर हाउस चौक, केसरिया रोड के डीपीटीएस कॉलेज, साहेबगंज रोड में नगर पंचायत परिसर में किया गया। वृक्ष में चंपा, आंवला एवं नीम के पौधा शामिल था।
सभी पौधों की सुरक्षा एवं उसे जीवंत रखने हेतु बांस का बना हुआ गेवियन भी लगाया गया। वृक्षारोपण अभियान में संरक्षक अनिल यादव, अध्यक्ष सत्यम वत्स, सचिव विशाल जयसवाल, कोषाध्यक्ष कुंवर संदीप, संस्थापक सदस्यों में ओम प्रकाश कुमार, डॉ संदीप कुमार, रवि प्रकाश गुप्ता, सत्यम द्विवेदी एवं राम पुकार पासवान शामिल रहे। अभियान समाप्ति के उपरांत सभी सदस्यों ने लगाए गए पौधों का समय-समय पर देख-भाल कोराई-निराई एवं ध्यान रखने की प्रतिज्ञा लिया।
कोरोना महामारी ने ऑनलाइन शिक्षा एक सामान्य बात बना है। सरकार भी इसे जोड़ो शोरों से जमीन पर लाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। मगर हकीकत यह है कि ऐसे कई परिवार हैं, जिनके पास स्मार्टफोन खरीदने के पैसे नहीं है। ये लैपटॉप तो दूर की बात हैं। यही नहीं इंटरनेट की कम रफ्तार भी बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई में बाधा बन रहा है। जबकि स्कूल बंद होने के कारण इंटरनेट तक पहुंच बच्चों के लिए सबसे अहम चीज हो गई है, जिससे वे अपनी पढ़ाई से जुड़े रहें। इसी वजह से कई गरीब या कम आय वाले परिवार सस्ता या फिर सेकंड हैंड स्मार्टफोन खरीद रहे हैं। स्कूल जाने वाले 24 करोड़ बच्चों की वजह से कम कीमत वाले स्मार्ट फोन उद्योग के लिए नए ग्राहक वरदान साबित हुआ है। उद्योग से जुड़े जानकारों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में इस्तेमाल हो चुके हैंडसेट की बिक्री बढ़ी है। लेकिन इसके साथ ही डिजिटल डिवाइड भी बढ़ रही है।
गौरतलब है कि चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार है। मगर आबादी के बड़े हिस्से के पास आज भी सस्ते या हलकी क्वालिटी के ऐसे फोन मौजूद हैं। बहुत से परिवारों के लिए स्मार्टफोन एक नई चीज है। फिलहाल दौर ऐसा कि शिक्षक व्हाट्स ऐप के जरिए घर पर किए जाने वाला सबक दे रहे हैं। या फिर वर्चुअल क्लास ले रहे हैं। बहरहाल, स्मार्टफोन की कमी ऑनलाइन स्कूली शिक्षा के लिए एकमात्र बाधा नहीं है। धीमा इंटरनेट भी एक बड़ा मुद्दा है। इसीलिए अनेक जगहों पर खराब कनेक्शन, फोन की लागत और महंगे डाटा प्लान के अलावा स्क्रीन पर अत्यधिक समय बिताने की चिंताओं के बीच पढ़ाने के तरीके को वापस ऑफलाइन की तरफ जाने पर विचार करने पर मजबूर किया जाने लगा है। हाल ही में मानव संसाधन मंत्रालय ने ‘वन क्लास वन चैनल’ की शुरूआत की थी। इसके तहत बच्चों को पढ़ाने के लिए टीवी और रेडियो का सहारा लिया जा रहा है। मगर क्लास में पढ़ाई का कोई विकल्प नहीं है। कम से भारत में तो ऐसा ही है। ऑनलाइन शिक्षा होने के कारण गरीब परिवारों के लाखों बच्चों की पढ़ाई छूट गई है। हकीकत चिंताजनक है। मसलन, गैर सरकारी संस्था कैरिटास इंडिया की रिपोर्ट गौरतलब है। उसके 600 से अधिक प्रवासी श्रमिकों पर किए गए एक सर्वे में पता चला कि उनमें से 46 फीसदी परिवारों ने अपने बच्चों को पढ़ाना बंद कर दिया है।
उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली गांधी सेतु के पश्चिमी हिस्से का उद्धाटन, पटना से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दिल्ली से केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किया।
भारतीय रेलवे के अनुसार यात्री सुविधाओं को बढ़ाने एवं ट्रेनों में आरामदायक सफर के लिए देश के प्रमुख स्टेशनों को निजी हाथों में सौंपने की योजना है। देश के 25 प्रमुख स्टेशनों को निजी हाथों में सौंपा जा सकता है। इनमें पटना जंक्शन भी शामिल है।
पहले चरण में देश के दो बड़े स्टेशनों हबीबगंज व गांधीनगर को विकसित करने के लिए निजी हाथों में सौंपा गया है। पटना जंक्शन में कुछ बड़ी कंपनियां दिलचस्पी ले रही हैं। हालांकि, अभी तक इस संबंध में स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है। इसके लिए रेलवे विकास निगम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। एक-दो बड़ी कंपनियां पटना जंक्शन में दिलचस्पी दिखा रही हैं।
देखना होगा कि पटना रेलवे स्टेशन के निजी हाथों में जाने से सफर आरामदायक होगा या फिर लोगो की जेबखर्च तकलिफनुमा हो जाएगी।